प्लास्टर कितना मोटा और कैसे करवाएं!Plaster kaise karwaye
प्लास्टर कितना मोटा और कैसे करवाएं!Plaster kaise karwaye
दीवारों की चिनाई होने के बाद बारी आती है दीवारों के प्लास्टर की,प्लास्टर से न सिर्फ दीवारों की सतह साफ़ और समतल हो जाती है बल्कि दीवारों को मजबूती मिलती है और सीलन से रोकथाम भी होती है।मकान के अलग अलग हिस्से में प्लास्टर कितना मोटा करवाना चाहिए और प्लास्टर करते समय क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए हम आगे इस पोस्ट में पढ़ेंगे
अंदरूनी दीवारों का प्लास्टर wall plaster
मकान के अंदर की दीवारों में प्लास्टर करवाने में ज़्यादा परेशानी का सामना नही करना पड़ता क्योंकि अंदर की दीवारे चिनाई के समय से ही लगभग समतल होती हैं इसलिए अंदर की दीवारों में ज़्यादा मोटा प्लास्टर नही करवाना चाहिए 12-15mm तक मोटाई का प्लास्टर पर्याप्त होता है।चिनाई करते समय मिस्त्री ईटो को जोड़ते समय अप तरफ तो अतिरिक्त मसाले को करनी से साफ़ करते जाते हैं लेकिन अपनी दूसरी तरफ मसाले को समतल नही करते जिससे दूसरी तरफ की दीवार बहुत खुरदुरी रहती जिसमे प्लास्टर करते समय बहुत मोटा प्लास्टर करना पड़ता इससे समय और मटेरियल दोनों की बर्बादी होती है और मोटा प्लास्टर मज़बूती में भी कम रहता।ध्यान रखे जब मिस्त्री चिनाई कर रहा हो तो उससे दीवार के दूसरी तरफ भी झाड़ू या करनी से ईंट के बाहर निकले हुए मसाले को साफ़ करवा दे।
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plaster |
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plaster |
ऊपर image में आप देख सकते हैं मिस्त्री ने अपनी तरफ की सतह पर झाड़ू या करनी से अतिरिक्त मसाले को साफ़ किया है लेकिन दीवार के दूसरी तरफ मसाले को साफ़ नही किया जिससे दीवार अधिक खुरदुरी है इस पर प्लास्टर में समय और मसाला अधिक लगेगा।
बाहरी दीवारों का प्लास्टर
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outer wall plaster |
कभी कभी बाहरी दीवारों में मोटा प्लास्टर करवाना मज़बूरी बन जाता है ऐसे प्लास्टर को लेयर में करवाये पहले कच्चा प्लास्टर करवा ले उसके बाद उस पर प्लांटर की दूसरी लेयर चढ़वाएं इससे प्लास्टर झड़ने से बचता है और मज़बूत रहता है।ध्यान रखें बीम-कॉलम और ईंट के जोड़ पर प्लास्टर करवाते समय आप चाहे तो मुर्गा जाली बंधवा दे इससे प्लास्टर में दरार नही पड़ती
प्लास्टर कितना मोटा और कैसे करवाएं!Plaster kaise karwaye
बीम,कॉलम और छत पर प्लास्टर करवाने से पहले अच्छी तरह टकायी करवा लें
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प्लास्टर कितना मोटा और कैसे करवाएं!Plaster kaise karwaye |
कॉलम की टकायी उस समय करवाये जब कॉलम की ढलाई के बाद दूसरे दिन कॉलम् की शटरिंग हटाई जाती है इससे कॉलम और प्लास्टर के बीच मसाले की पकड़ अच्छी बन जाती है
Note-प्लास्टर करवाते समय सबसे ज़रूरी बात दीवारों की तराई है प्लास्टर से पहले जितनी तराई करेंगे प्लास्टर की पकड़ उतनी मज़बूत होगी और प्लास्टर के बाद कम से कम 10 दिन तक तराई करे ।तराई की अनदेखी करना हमारी भूल होती है।रिसर्च में साबित हुआ है यदि 1:4 मसाले का प्लास्टर करवाया जाए और उसकी तराई न करे और 1:6 का प्लास्टर करवाये और इसकी तराई 10 दिन तक करें दोनों की मजबूती समान होगी
अगली किसी पोस्ट में प्लास्टर के मसाले के अनुपात बताया जाएगा पुट्टी और POP वर्क करवाने के लिए किस अनुपात में मसाला बनवाना चाहये
is post me humne bataya hai plaster kaise karwaye aur plaster kitna mota hona chahiye
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Er. Shahid qasim
Dream Homes Design
sk088102@gmail.com
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ReplyDeleteAluminium Fabricator In Lucknow
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